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सकलः
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perfect
Meanings: 39; in Dictionaries: 13
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gross
Meanings: 58; in Dictionaries: 19
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double-dyed
Meanings: 2; in Dictionaries: 2
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arrant
Meanings: 5; in Dictionaries: 4
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sodding
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thoroughgoing
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unadulterated
Meanings: 2; in Dictionaries: 2
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complete
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everlasting
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staring
Meanings: 3; in Dictionaries: 2
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stark
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consummate
Meanings: 11; in Dictionaries: 4
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utter
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pure
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सम्पूर्णम्
Meanings: 1; in Dictionaries: 1
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मानसागरी - अध्याय ५ - अष्टोत्तरीदशानयनप्रकारः
सृष्टीचमत्काराची कारणे समजून घेण्याची जिज्ञासा तृप्त करण्यासाठी प्राचीन भारतातील बुद्धिमान ऋषीमुनी, महर्षींनी नानाविध शास्त्रे जगाला उपलब्ध करून दिली आहेत, त्यापैकीच एक ज्योतिषशास्त्र होय.
The horoscope is a stylized map of the planets including sun and moon over a specific location at a particular moment in time, in the sky.
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कौटुम्बिक
Meanings: 8; in Dictionaries: 5
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each
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whole
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entire
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every
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all
Meanings: 12; in Dictionaries: 5
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द्वितीय परिच्छेद - आश्विनमास
निर्णयसिंधु ग्रंथामध्ये कोणत्या कर्माचा कोणता काल , याचा मुख्यत्वेकरून निर्णय केलेला आहे .
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खण्डः २ - अध्यायः ०१८
विष्णुधर्मोत्तर पुराण एक उपपुराण आहे. अधिक माहितीसाठी प्रस्तावना पहा.
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वायवीयसंहिता पूर्वभागः - अध्यायः ३०
शिव पुराणात भगवान शिवांच्या विविध रूपांचे, अवतारांचे, ज्योतिर्लिंगांचे, शिव भक्तांचे आणि भक्तिचे विस्तृत वर्णन केलेले आहे.
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सप्तमोऽध्यायः - आयुर्दाय
सृष्टीचमत्काराची कारणे समजून घेण्याची जिज्ञासा तृप्त करण्यासाठी प्राचीन भारतातील बुद्धिमान ऋषीमुनी, महर्षींनी नानाविध शास्त्रे जगाला उपलब्ध करून दिली आहेत, त्यापैकीच एक ज्योतिषशास्त्र होय.
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अध्याय ३१७ - सकलादिमन्त्रोद्धारः
अग्निपुराणात त्रिदेव – ब्रह्मा, विष्णु, महेश आणि सूर्य ह्या देवतांसंबंधी पूजा-उपासनाचे वर्णन केलेले आहे.
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ज्ञानपदः - पशुसृष्टिविधिपटलः
प्रस्तुत ग्रंथ शके १८३६ यावर्षी कै. गुरूभक्त व्यंकटरमणा मच्छावार यांनी प्रसिद्ध केला होता.
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full
Meanings: 22; in Dictionaries: 7
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अथ ज्ञानपादः - पशुसृष्टिविधिपटलः
सुप्रभेदागमः म्हणजे शिल्पशास्त्र ह्या विषयावरील महत्वपूर्ण ग्रंथ.
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प्रक्रियापादः - अध्यायः ४
ब्रह्माण्डाच्या उत्पत्तीचे रहस्य या पुराणात वर्णिलेले आहे.
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फलदीपिकाः - सप्तमोऽध्यायः
’फलदीपिका’ ग्रंथावरून ग्रहफल, नक्षत्रफल, राशीफल अचूक सांगता येते.
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वायवीयसंहिता पूर्वभागः - अध्यायः ८
शिव पुराणात भगवान शिवांच्या विविध रूपांचे, अवतारांचे, ज्योतिर्लिंगांचे, शिव भक्तांचे आणि भक्तिचे विस्तृत वर्णन केलेले आहे.
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अध्याय २१४ - मन्त्रमाहात्म्यं
अग्निपुराणात त्रिदेव – ब्रह्मा, विष्णु, महेश आणि सूर्य ह्या देवतांसंबंधी पूजा-उपासनाचे वर्णन केलेले आहे.
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अथ चर्यापादः - दीक्षाविधिपटलः
सुप्रभेदागमः म्हणजे शिल्पशास्त्र ह्या विषयावरील महत्वपूर्ण ग्रंथ.
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चर्यापदः - दीक्षाविधिपटलः
प्रस्तुत ग्रंथ शके १८३६ यावर्षी कै. गुरूभक्त व्यंकटरमणा मच्छावार यांनी प्रसिद्ध केला होता.
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श्री नारदीयमहापुराणम् - त्रिषष्टितमोऽध्यायः
`नारदपुराण’ में शिक्षा, कल्प, व्याकरण, ज्योतिष, और छन्द-शास्त्रोंका विशद वर्णन तथा भगवानकी उपासनाका विस्तृत वर्णन है।
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किरातार्जुनीयम् - प्रसंग १३
'किरातार्जुनीयम्' प्रसिद्ध प्राचीन संस्कृत ग्रंथांपैकी एक होय. या काव्याचे रचनाकार महाकवि भारवी होत. किरातरूपधारी शिव आणि पांडु पुत्र अर्जुन यांच्यातील धनुर्युद्ध आणि वार्तालाप यावर आधारित हे काव्य आहे.
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यमुनास्तोत्ररत्नम्
भारतात नद्यांना वैदिक काळापासून जीवनदायिनी मानले आहे, आणि त्यांना देवी देवतांच्या रूपात मानून त्यांची पूजा केली जाते.
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good
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उत्तरस्थानम् - चत्वारिंशोऽध्यायः
हिन्दू धर्मातील पवित्र आणि सर्वोच्च धर्मग्रन्थ वेदांतील मन्त्रांचे खण्ड म्हणजेच संहिता.
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श्री शिवसहस्रनामस्तोत्रम् - ध्यानम् वन्दे शम्भुमुमापत...
हिंदू देवदेवतांची सहस्त्र नावे, स्तोत्र रूपात गुंफलेली आहेत. Sahastranaamastotra is a perticular stotra in which, the 1000 names of hindu Gods are introdused.
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द्वापरयुगसन्तानः - अध्यायः ४
लक्ष्मीनारायणसंहिता
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अध्याय ८१ - समयदीक्षाविधानम्
अग्निपुराणात त्रिदेव – ब्रह्मा, विष्णु, महेश आणि सूर्य ह्या देवतांसंबंधी पूजा-उपासनाचे वर्णन केलेले आहे.
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प्रथम परिच्छेद - काम्यव्रत
निर्णयसिंधु ग्रंथामध्ये कोणत्या कर्माचा कोणता काल , याचा मुख्यत्वेकरून निर्णय केलेला आहे .
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श्री शिवसहस्रनामस्तोत्रम् - ध्यानम् वन्दे शम्भुमुमापत...
हिंदू देवदेवतांची सहस्त्र नावे, स्तोत्र रूपात गुंफलेली आहेत. Sahastranaamastotra is a perticular stotra in which, the 1000 names of hindu Gods are introdused.
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श्री शिवसहस्रनामस्तोत्रम् - ध्यानम् वन्दे शम्भुमुमापत...
हिंदू देवदेवतांची सहस्त्र नावे, स्तोत्र रूपात गुंफलेली आहेत. Sahastranaamastotra is a perticular stotra in which, the 1000 names of hindu Gods are introdused.
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सुदर्शन सहस्रनाम स्तोत्रम्
हिंदू देवी देवतांची एक हजार नावे म्हणजेच सहस्त्रनामावली. हिंदू धर्मिय रोज सकाळी संध्याकाळी या नावांचा जप करतात. A sahasranamavali is a type of Hindu scripture in which a diety is referred to by 1000 or more different names.Many devout Hindus chant them every morning or evening.
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श्रीविष्णुसूक्तिः
भगवान के प्रती सूक्ति मे श्रवण-सुखद,सुन्दर शब्दविन्यास और प्रसाद माधुर्य आदि गुणोंसे समन्वित सारभूत श्लोकोंका संचय किया जाता है।
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